निर्माण की कछुआ गति: 300 मीटर सड़क 5 माह से खुदी पड़ी, रहवासी परेशान
इंदौर। शहर की सड़कों की दुर्दशा लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। चंद्रभागा के नए पुल से कलालकुई तक की मात्र 300 मीटर सड़क को नगर निगम ने करीब पांच महीने पहले खुदवाया था, लेकिन काम की रफ्तार इतनी धीमी है कि अब तक केवल 20 फीसदी कार्य ही हो पाया है। इससे आसपास के सैकड़ों परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रहवासियों की बड़ी परेशानी
सड़क पूरी तरह खुदी होने के कारण कई घरों तक पहुंचने का रास्ता तक बंद हो गया है। लोगों को मजबूरी में अन्य गलियों से घूमकर घर आना-जाना पड़ रहा है। वहीं इस सड़क का ट्रैफिक अन्य मार्गों पर डायवर्ट होने से पंढरीनाथ, गौतमपुरा, नंदलालपुरा, चंद्रभागा पुल और जवाहर मार्ग पर रोजाना पीक ऑवर में जाम लग रहा है।
अधूरा काम और बहाने
नगर निगम ने इस सड़क का निर्माण एक साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा था। सड़क पर लगभग 12 करोड़ रुपए खर्च होने हैं, जिसमें मुख्य ड्रेनेज लाइन और स्टॉर्म वाटर लाइन का काम भी शामिल है। अधिकारियों के अनुसार काम में देरी का कारण बारिश का मौसम और मार्ग में आ रहे पेड़ों को शिफ्ट करने की अनुमति न मिलना बताया जा रहा है।
जलजमाव और मच्छरों से बढ़ी समस्या
अप्रैल में सड़क पर बाधक बने 35 मकानों के हिस्से हटाए गए थे। इसके बाद खुदाई शुरू हुई, लेकिन पांच महीने बाद भी सड़क अधूरी है। बरसात के पानी से ड्रेनेज भर गया है, जिसके चलते इलाके में जलजमाव, बदबू और मच्छरों की समस्या बढ़ गई है।
शहर की अन्य सड़कें भी अधूरी
इंदौर में कई सड़कें लंबे समय से निर्माणाधीन हैं।
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सरवटे से गंगवाल बस स्टैंड रोड का काम 5 साल से अधूरा पड़ा है।
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जवाहर मार्ग से मोती तबेला तक कान्ह नदी किनारे की रिवर साइड रोड भी पूरी नहीं हुई।
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रावजी बाजार से पलसीकर चौराहे तक की सड़क भी अभी अधूरी है।
इस वजह से यशवंत रोड चौराहा और नंदलालपुरा–संजय सेतु मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बनती है।
निगम की सफाई
नगर निगम अधिकारियों का कहना है, “सड़क का काम जारी है। बारिश का सीजन खत्म होते ही इसमें तेजी लाई जाएगी। अन्य बाधाएं भी जल्द दूर की जाएंगी।”
